25-04-2011, 07:44 PM
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Re: दर्द की बात प्यार के साथ ( शायरी,गीत,गजल)
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Originally Posted by kumar anil
युवी मेरे दोस्त बात तो पते की है कि प्यार के इस मीठे दर्द मेँ अश्क नमकीन क्योँ होते हैँ । यकीनन इस प्रश्न का उत्तर कोई चोट खाया इन्सान ही दे सकता है । क्या फोरम पर ऐसा कोई बन्दा है ?
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क्यूंकि वह मन का मेल साफ़ करता है
तब वह " नियति " को स्वीकार कर पाता है
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ये दिल तो किसी और ही देश का परिंदा है दोस्तों ...सीने में रहता है , मगर बस में नहीं ...
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