Re: प्रसिद्ध व्यक्तियों के सुभाषित बोल
यांग और यिन, नर और मादा, बलिष्ठ और निर्बल, कठोर तथा कोमल, स्वर्ग और पृथ्वी, सूर्य और चंद्र, बादलों की गड़गड़ाहट और बिजली की चमक, तेज हवायें और बरसात, शीत और ऊष्मा, अच्छाई और बुराई, उंचाई और गहराई, सदाक़त और मानवीयता ... ब्रह्माण्ड क्या है? परस्पर विरोधी ताकतों का खेल ही तो है!!!
कन्फ्युशियस
यदि सच कहें तो बुद्धिमान वह है जो प्रशंसा एवम् निन्दा, प्रेम एवम् घृणा के सम्मुख एक समान अर्थात स्थिर रहता है. वह जीवन में आने वाली परस्पर विरोधी ताकतों से विचलित नहीं होता. वह तो परमात्मा की दीप्ति में आनन्दित रहता है.
श्रीमद्भगवतगीता
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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