Re: इधर-उधर से
वनों के प्यार में
एक व्यक्ति यदि अपना आधा दिन पेड़ों व हरियाली के आकर्षण मेंबंध कर किसी वन में जा कर बिताता है, तो दुनिया वाले उसे ‘आवारा’ या ‘लोफ़र’ कह कर बुलाने से नहीं चूकते. दूसरी ओर, यदि एक व्यक्ति उसी जंगल के पेड़ काटता है, बेचता है और समय से पहले ही धरती को बंजर बनाने की दिशा में काम करता है तो उसे बड़ा मेहनती और उद्यमशाली नागरिक कह कर इज्ज़त-मान दिया जाता है. क्यों?
हेनरी डेविड थोरो (1817-1862)
अमरीकी लेखक, कवि, दार्शनिक, दास-प्रथा विरोधी
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