कोई ईतना बलशाली नही होता! ईरादे बुलंद हो, होंसले मजबुत हो...एसी कहावते सिर्फ कामदारों के लिये ही होतीं है। ईससे अच्छा यह क्यों नहीं कहेते...जोर लगा कर...हैया!
अगर बोस महेनत करता है तो उनको अधिक काम करने के अधिक रुपये (लाखों में) मिलते है। अपनी तरह चिल्लर नहि!