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Old 28-07-2013, 06:47 PM   #3
jai_bhardwaj
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Default Re: मुझे प्रिसेंज ऑफ कत्थक कहा जाता था- नीलिमा

नीलिमा अज़ीम की जिंदगी एक नजर में आपको कमर्शियल हिंदी फिल्म की कहानी जैसी लग सकती है. मुकम्मल प्यार और सच्चे हमसफर की आस में उन्होंने तीन मर्तबा तीन पुरुषों से शादी की, लेकिन हर बार उन्हें मायूसी मिली. वे हिंदी सिनेमा के चर्चित स्टार शाहिद कपूर की मां हैं, लेकिन बेटे का प्यार उन्हें अपने पूर्व पति की दूसरी पत्नी से बांटना पड़ रहा है. रिश्तों के मामले में नीलिमा की मुफलिसी पर आपको तरस आ सकता है, आप उन्हें दया दृष्टि से देख सकते हैं, लेकिन नीलिमा को अपनी जिंदगी पर नाज है. बकौल नीलिमा अज़ीम, ''मैं गर्व के साथ कहती हूं कि मैं आज जो कुछ हूं, अपने बलबूते हूं. मैंने बेदाग जिंदगी गुजारी है. मैं बीस साल पहले अपनी कमाई के चार हजार रुपए लेकर मुंबई आई थी. मैंने संघर्ष किया, अपने लिए मुंबई में जगह बनाई, फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई. छोटा सा विराम लेकर नीलिमा आगे कहती हैं, ''बहुत से लोग मुझे नहीं समझ पाते हैं. उन्हें लगता है कि कैसी औरत है ये, तीन शादियां कीं, तीनों टूट गईं, बेटे से अलग रही है, लेकिन मैं जानती हूं कि मैंने बहुत साफ और मॉरलिस्टिक जिंदगी जी है. मेरी जिंदगी कलरफुल रही है. फिल्म इंडस्ट्री और म्यूजिक इंडस्ट्री में कोई उंगली उठा कर नहीं कह सकता कि हे, वी हैड फन और सीन विद नीलिमा अजीम.
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तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर ।
परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।।
विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम ।
पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।।

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