Re: मुझे प्रिसेंज ऑफ कत्थक कहा जाता था- नीलिमा
नीलिमा की इस बात के लिए इज्जत करनी होगी कि उन्होंने अपने हर प्यार को खुले तौर पर स्वीकार किया. उन्हें सामाजिक मान्यता दी. नीलिमा कहती हैं, ''वो मेरी मोरैलिटी है. मैं बिना शादी के रिश्ते रख सकती थी, लेकिन मेरी परवरिश ने मुझे मंजूरी नहीं दी. मैंने जिससे भी प्यार किया, उससे शादी की. पुराने संबंधों को याद करते हुए नीलिमा दिल के किसी कोने में छुपे गम को बयां करने से खुद को नहीं रोक सकीं. ''बहुत तकलीफ होती है जब रिश्ता टूटता है. मेरे लिए बहुत पेनफुल रहा है क्योंकि तीन बार मेरी शादी टूटी है, लेकिन मैं एक वॉरियर हूं. मैंने हर बार नई शुरुआत की है. बहरहाल, वो मेरी जिंदगी के रंग हैं, और कलाकार को तो रंगीन होना ही चाहिए.
|