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Originally Posted by rajnish manga
सबसे पहले मैं आपको इस फ़ोरम के साथ चलते हुये दो वर्ष पूरे करने पर बधाई देता हूँ और फ़ोरम की ओर से आपको धन्यवाद देता हूँ. इन दो वर्षों में आपने अपनी सक्रिय भागीदारी से फ़ोरम को जीवंत बनाए रखा तथा अन्य सदस्यों को भी प्रेरित करने का काम किया. आपकी रचनाएं उच्च साहित्यिक मानदंडों पर खरी उतरती हैं जिनमें कभी भी सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का कोई आग्रह नहीं दिखाई नहीं दिया. आपने अपने संबोधन में फ़ोरम के पुराने साथियों का भी पुनः आने का आह्वान किया है, यह बहुत सार्थक क़दम है.
आशा है भविष्य में भी हमें आपकी कविताएं, ब्लॉग, आलेख तथा प्रेरक रचनाएं पढ़ने को मिलती रहेंगी. आपको बहुत बहुत शुभकामनाएं, बहन पुष्पा जी.
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आपसे मिली सराहना और सलाह हमेशा मुझे आगे बढ़ते रहने का प्रोत्साहन देते आये हैं भाई बहुत बहुत धन्यवाद आशा है भविष्य में भी एइसे ही आपके आशीर्वाद मुझे मिलते रहेंगे ... भाई यहाँ आकार एक अनोखी सी शांति का अहसास होता है . मन के भावों को सबसे शेयर करके अच्छा लगता है यहाँ आई तो थी बस कुछ लिखते रहने की सोच को लेकर बरसों से छूटी हिंदी में कुछ भी लिखती थी , पर सबने मेरी त्रुटियों पर ध्यान न देकर मुझे प्रोत्साहित किया और एइसे ही दो साल निकल गए यहाँ पता न चला .
जी भाई मैं यहाँ से के सभी लेखकों से पुनः अनुरोध करुँगी की वें वापस आयें और यहाँ लिखें ताकि फोरम फिर से पहले जैसा हरा भरा हो जाय .
पुनः आभार सह धन्यवाद भाई