Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
कृत्रिम अंगों के लिए रोजवुड का विकल्प तलाश रहा है एएलसी
पुणे। रोजवुड की बढ़ती कमी और उसकी बढ़ती कीमत के कारण यहां का कृत्रिम अंग केंद्र (एएलसी) सैनिकों के लिए ऐसे अंग बनाने के लिए अन्य विकल्पों की तलाश कर रहा है। वर्ष 1944 में बना एएलसी पुणे एशिया का सबसे पुराना कृत्रिम अंग केंद्र है और यह सैनिकों के अलावा अन्य लोेगों की भी सेवा कर चुका है। इस केंद्र से अब तक 50 हजार से अधिक लोगों को लाभ मिल चुका है। सशस्त्र सेनाओं में अस्पताल सेवाओं के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल मनदीप सिंह ने बताया कि इस केंद्र को अब इन अंगों के लिए रोजवुड की जगह सटीक विकल्प बनाने का महत्वपूर्ण काम दिया गया है। इस केंद्र के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में इस्तेमाल होने वाले अंग भारी होने के साथ ही पर्यावरण के अनुकूल भी नहीं हैं।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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