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Old 18-01-2014, 06:36 PM   #1
dipu
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Default B'day spcl: देश का सबसे टैलेंटेड बल्लेबाज

कभी टीम इंडिया के स्टार रहे मुंबईया क्रिकेटर विनोद कांबली आज अपना 42वां बर्थडे मना रहे हैं। कुछ दिनों पहले हार्ट अटैक के कारण अस्पताल में भर्ती रहे कांबली अब स्वस्थ हैं और अपने परिवार के साथ इस खास दिन को सेलिब्रेट कर रहे हैं।

कांबली की कहानी कुछ-कुछ फिल्मी है। जिस लड़के को दिग्गजों ने देश का सबसे टैलेंटेड बल्लेबाज करार दिया था, वही ग्लैमर की चमक में अंधा होकर अपनी राह भूल गया। क्रिकेट से ग्लैमर की तरफ कांबली ने ऐसा कट मारा कि वे सीधे जिंदगी के प्वाइंट पर कैच आउट हो गए। ना वे फिल्मी दुनिया में अपनी पहचान बना पाए, ना ही क्रिकेट में कमाए नाम को बरकरार रख सके।

कांबली का पूरा नाम विनोद गणपत कांबली है। मुंबई के कंजुरमार्ग स्थित इंदिरा नगर में उनकी दुनिया की पिच पर एंट्री हुई। ऊंची-ऊंची इमारतों के बीच एक छोटे से मैदान पर उन्होंने क्रिकेट की शुरुआती ट्रेनिंग ली।

कांबली जब अपने मोहल्ले में क्रिकेट खेलते थे, तो रनों का हिसाब जगह के मुताबिक होता था। जितना ऊंचा शॉट, उतने ही ज्यादा रन। बचपन की इसी ट्रेनिंग ने कांबली में हार्ड हिटिंग बल्लेबाज के गुण विकसित किए।

कांबली के सीनियर क्रिकेट क्लब में एंट्री को लेकर एक किस्सा बड़ा मशहूर है। उनके पिता गणपत उन्हें लेकर एक सीनियर क्लब के सचिव के पास गए थे। उस अधिकारी ने विनोद को एक नजर देखा और बोला, "तेज गेंदबाज इसकी जान ले लेंगे। मैं इस बच्चे को हमारे साथ खेलाने का रिस्क नहीं ले सकता।"

उस क्लब का सचिव कांबली के पिता का पुराना दोस्त भी था। तीन घंटे तक चली बातचीत के बाद भी वह अधिकारी विनोद कांबली को एंट्री देने के लिए राजी नहीं हुआ।

उस मुलाकात के बाद पड़े रविवार के दिन कांबली शिवाजी पार्क अपने दोस्त सचिन का मैच देखने पहुंचे। सचिन कांगा लीग की एफ डिविजन टीम जॉन ब्राइट क्लब की ओर से खेल रहे थे। इत्तेफाक से उस टीम को अपनी प्लेयिंग इलेवन के लिए 11वां खिलाड़ी नहीं मिल रहा था। टीम के कोच ने कांबली एकादश में शामिल कर लिया।

विनोद इसी चुनौती की तलाश में थे। उस डेब्यू मैच में उन्होंने ताबड़तोड़ 80 रन ठोके। कांबली ने उसी क्लब के गेंदबाजों की पिटाई की जिसके अधिकारी ने उन्हें क्लब में शामिल करने से मना कर दिया था। उस पारी से कांबली ने अपना दमखम दिखा दिया था।
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