View Single Post
Old 15-01-2011, 05:25 AM   #72
YUVRAJ
Special Member
 
YUVRAJ's Avatar
 
Join Date: Nov 2010
Location: ♕★ ★ ★ ★ ★♕
Posts: 2,316
Rep Power: 27
YUVRAJ has much to be proud ofYUVRAJ has much to be proud ofYUVRAJ has much to be proud ofYUVRAJ has much to be proud ofYUVRAJ has much to be proud ofYUVRAJ has much to be proud ofYUVRAJ has much to be proud ofYUVRAJ has much to be proud ofYUVRAJ has much to be proud of
Default Re: एक निवेदन!

पूरा का पूरा छलावा कैसे हो सकता है कुमार भाई जी ... हाँ कही छलावा तो कही भ्रम ...सूत्र पर यह प्रश्न पहली ही प्रविष्टि में किया कि यह सूत्र क्यूँ ... पर शायद जवाब किसी के पास न था / एक सकारात्मक सोच के साथ एक मित्र से गुफ्तगू की बस/

Quote:
Originally Posted by kumar anil View Post
अरविन्द जी ने किसी सूत्र पर नेट जगत के छलावा होने से सहमति प्रदान करते हुये एकांश अपनी ओर से भी जोड़ा था कि शायद इस फोरम पर भी छलावा है । मुझे समझ मेँ नहीँ आ रहा है कि जितेन्द्र जी ने महत्वपूर्ण प्रबन्धक होने के बावजूद इस सूत्र का निर्माण कैसे कर डाला । बात निकली है तो दूर तलक जायेगी की तर्ज पर सभी अपना मत प्रकट करने का निमन्त्रण पाकर अवश्य आयेंगे जबकि साक्षात्कार पर ही इस चर्चा को विराम दे देना चाहिये था जैसाकि अरविन्द भाई के सूत्र बैन किये जाने का विवरण का पटाक्षेप किया गया था क्योँकि प्रबन्धन को उसमेँ विवाद की संभावनायेँ नजर आयी थीँ । फोरम के नियम सँख्या 3 का स्वयं उल्लंघन करने वाले प्रबन्धन ने पता नहीँ क्यूँ ऐसे सूत्र का निर्माण कर डाला । खैर यह तो प्रबन्धन के विशेषाधिकार हैँ कि कब आँख खुली रखनी है कब बन्द करनी है किसको कब कौन सा मुखौटा पहनाना है । एक बात तो है कि साक्षात्कार पर युवी और सिकन्दर जी की तल्ख बातोँ से भीतर ही भीतर एक कसक उठी कि क्या हम यहाँ पर उस फोरम की ही चर्चा करने के लिये आते हैँ । हमारा दायरा सिकुड़ कर चन्द लोगोँ तक ही , एक फोरम विशेष तक ही सीमित रह गया है । हम अपनी ऊर्जा कहाँ खर्च कर रहे हैँ ? शायद हम अपने अतीत से पीछा नहीँ छुड़ा पा रहे हैँ । कुछ वहाँ जाकर , कुछ यहाँ रहकर उनकी चर्चा कर ।
अन्त मेँ , कुछ का पुश्तैनी घर वहाँ बना हुआ है और यहाँ स्वास्थ्य लाभ के लिये घूम जाते हैँ । दो नागरिकता का मजा लूट रहे हैँ । अनुच्छेद 370 का आनन्द ले विशेष बने हैँ और शेष उसे कोस रहे हैँ ।
YUVRAJ is offline