Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (4 /April 4)
हिंदी के मूर्धन्य कवि-लेखक अज्ञेय / Agyey
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
Last edited by rajnish manga; 08-04-2017 at 12:58 PM.
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