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Originally Posted by abhisays
क्या आपको पता है? भारत में ६५ प्रतिशत अशिक्षित और ७५ प्रतिशत झुग्गी झोपड़ियो में रहने वाले वोट डालते हैं. ६५ प्रतिशत शिक्षित मध्यम वर्ग जो की भारत की आबादी का ४० प्रतिशत है वोट ही नही डालता. ज़रा सोचिए, अगर यह शिक्षित लोग अगर वोट डालते तो क्या चोर डाकू और बलात्कारी नेता बन पाते?
अब आप पूछेंगे एक वोट से क्या फ़र्क पड़ता है?
१९२३ में हिटलर एक वोट से नाज़ी पार्टी का नेता बन गया था.
१८७५ में एक वोट से फ्रांस में डेमॉक्रेसी आई थी.
१७७६ में एक वोट से अँग्रेज़ी को जर्मन की जगह अमेरिका की official भाषा बनाया गया था.
दूर क्यो जाए, कुछ साल पहले १ वोट से अटल बिहारी वाजपयी की सरकार गिर गयी थी.
जनाब, बात केवल एक वोट की है, और आप जैसे तो करोड़ो हैं. तो वोट ज़रूर डाले और अच्छे लोगो को सत्ता में पहुचाए. प्रसिद्द लेखक कमलेश्वर ने एक बार लिखा था की ज़िंदा कौमे ५ साल इंतज़ार नही करती, ऐसे में कम से कम हमे ५ साल बाद कुछ तो करना चाहिए.
कही ना कही से शुरुआत तो करनी ही होगी.
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मैं आपकी बातों से पूर्णत: सहमत हूँ/
एक अच्छे नागरिक होने के नाते हमें मतदान में अवश्य भाग लेना चाहिए/
लेकिन हमारी बहाने बाज प्रजा यहाँ भी कन्नी कटाने से बज नहीं आती है/
किसी ने कहा है की "जैसे हम होंगे वैसी हमारी सरकार होगी/"