Re: आपस की बात अलैक शेरमन के साथ (Aapas ki Baat)
जहां तक भारत और पाकिस्तान का सवाल है, निश्चय ही यह कोई भी कह सकता है कि पूर्व में दोनों टुकड़े एक ही देश का हिस्सा थे, दोनों ही भागों पर मुग़लों और अंग्रेजों ने शासन किया और दोनों ही में काफी सारी समानताएं हैं, लेकिन जब बात बंटवारे के बाद के इतिहास और घटनाक्रम की आती है, तो दोनों देशों की परिस्थितियों में ज़मीन-आसमान का अंतर नज़र आता है ! यदि इस पर उथले नज़रिए से बात की जाए, तो सहज कहा जा सकता है कि पाकिस्तान में मिलिट्री शुरू से बहुत ताकतवर हो गई थी, इसलिए प्रजातंत्र वहां कारगर साबित नहीं हो सका, लेकिन यह सतही जवाब होगा ! आखिर वह कौन से कारण हैं कि वहां शासक निरंतर कमजोर होते गए और सेना प्रशासन पर अपनी पकड़ मज़बूत करने में कामयाब होती गई और इधर भारत लगातार लोकतंत्र की सीढियां चढ़ता रहा और आज विश्वभर में एक सच्चे लोकतांत्रिक देश के रूप में उसका नाम बड़े सम्मान से लिया जाता है ! इसके अनेक कारण हैं और उनमें एक 'प्रशासकीय प्रबंधन', जिसे में सबसे प्रमुख कारण मानता हूं, की जड़ें खोजने के लिए हमें गुलाम हिन्दुस्तान अथवा कहें कि अंग्रेजों के शासनकाल में जाना होगा !
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
|