कुदरत सत्य है?
हम सभी कहीं न कहीं धुमने ज़रुर जाते है। उस वक्त जो हमारे मन को हर लेता है वह कुदरत ही है। मै उन उंचे पहाड, दरिया और सरिता की बात कर रहा हुं जो युगो से साश्वत बने हुए है। जहां जा कर मन को परम शांति का एहसास होता है। मुझे कभी कभी दुर बादलों मे डुबते सुरज को देख कर लगता है की यह शायद सत्य हो।