28-06-2013, 04:49 PM
|
#1
|
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 241
|
आम: फलों का राजा
आम: फलों का राजा
आलेख: डॉ. विनोद गुप्ता
आम फलों का राजा हैपर इसे राजा की पदवी यों हीनहीं मिली है। खाने में तो यह लाजवाब है ही गुणोंमें भी बेमिसाल है। कालिदास ने इसका गुणगान किया हैऔर शतपथ ब्राह्मण में इसका उल्लेख मिलता है। वेदोंमें इसका नाम लिया गया है तथाअमरकोश में इसकी प्रशंसा इसकी बुद्धकालीन लोकप्रियताके प्रमाण हैं। वेदों में आम को विलास का प्रतीक कहागया है। कविताओं में इसका उल्लेख हुआ और कलाकारों नेइसे अपने कैनवास पर उतारा। भारतवर्ष में आम सेसंबंधित अनेक लोकगीत, आख्यायिकाएँ आदि प्रचलित हैंऔर हमारी रीति, व्यवहार, हवन, यज्ञ, पूजा, कथा, त्योहार तथा सभी मंगलकार्यों में आम की लकड़ी, पत्ती, फूल अथवा एक न एक भाग प्राय: काम आता है।उपयोगिता की दृष्टि से आम भारत का ही नहीं वरन समस्तउष्ण कटिबंध के फलों में सर्वाधिक लोकप्रिय है औरबहुत तरह से इसका उपयोग होता है। कच्चे फल से चटनी, खटाई, अचार, मुरब्बा आदि बनाते हैं। पके फल अत्यंतस्वादिष्ट होते हैं और इन्हें लोग बड़े चाव से खातेहैं। ये पाचक, रेचक और बलप्रद होते हैं। पके फल कोतरह तरह से सुरक्षित करके भी रखते हैं। रस का थाली, चकले, कपड़े इत्यादि पर पसार, धूप में सुखा "अमावट"बनाकर रख लेते हैं। यह बड़ी स्वादिष्ट होती है औरइसे लोग बड़े प्रेम से खाते हैं।
आँकड़ों के अनुसार इस समय भारत में प्रतिवर्ष एककरोड़ टन आम पैदा होता है जो दुनिया के कुल उत्पादनका 52 प्रतिशत है। आम भारत का राष्ट्रीय फल भी है।अन्तर्राष्ट्रीय आम महोत्सव, दिल्ली में इसकी अनेकप्रजातियों को देखा जा सकता है। भारतीय प्रायद्वीपमें आम की कृषि हजारों वर्षों से हो रही है। ईसापूर्व चौथी या पाँचवीं शती में यह पूर्वी एशिया मेंपहुँचा। दसवीं शताब्दी तक यह पूर्वी अफ्रीका पहुँचचुका था। उसके बाद आम ब्राजील, वेस्ट इंडीज औरमैक्सिको पहुँचा क्योंकि वहाँ की जलवायु में यहअच्छी तरह उग सकता था।
आम की अनेक प्रजातियाँ हैं औरप्रजाति की अपनी एक विशिष्ट महक और स्वाद है।प्रजातियों के हिसाब से इनके आकार प्रकार में भीभिन्नता देखी जा सकती है। फिर भी मुख्य है हापुसनीलम बादाम तोतापरी लंगड़ा सिंदूरी दशहरी रत्नागिरीकेशरिया लालपत्ता आदि। इसी प्रकार स्थानीय स्तर परभी इनकी अनेक किस्में हैं। आम के दो स्वरूप होता हैंकच्चा और पका हुआ। कच्चे आम को अमिया अथवा कैरी कहतेहैं। इन दोनो के ही विशिष्ट औषधीय उपयोग हैं। अमियाया कैरी सदैव खट्टी होती है जबकि आम मीठे याखट्टेमीठे होते हैं।
Last edited by rajnish manga; 28-06-2013 at 05:02 PM.
|
|
|