Re: प्राउड टू बी हिन्दुस्तानी PROUD 2 B an Indian
मै ऊपरवाले का शुक्रगुजार हूँ कि उन्होने मुझे भारतवर्ष जैसे महान देश का नागरिक होने का मौका दिया है। क्योंकि भारत एक ऐसा देश है, जहां आज भी सही मायनों मे मानवीय मूल्यो कि सबसे ज्यादा कद्र है। जहां प्रेम और भाईचारा की एक से बढ़कर एक मिशाले मौजूद है।
हाँ कुछ नेता, अधिकारी, अपराधी और असामाजिक तत्वो जैसे वाईरस आजकल समाज मे बहुत ज्यादा हो गए है, जिससे मन जरूर कुछ खिन्न हो जाता है। सच तो ये है कि जिस देश के नागरिक जागरूक नहीं होंगे, उस देश मे ऐसे वाईरस बहुत तेजी से फैलते है। लेकिन "कॉमन मैन" को जगाने के लिए एक मसीहा चाहिए, जैसे पहले हुआ करते थे - जसे गांधी, सुभाष, भगत सिंह इत्यादि, इनके पीछे-पीछे सारा देश एक जूट होकर निकल पड़ा, और अंतत: अँग्रेजी वाईरस का खात्मा हुआ था। इस समय भी ऐसे ही मसीहा कि जरूरत है देश को, आज हर कोई सोचता है कि कुछ होना चाहिए..... कोई आवाज उठाने वाला सुभाष या भगत सिंह की जरूरत है.... लेकिन मै तो खुद कुछ करूंगा नहीं, मेरा बेटा भी इंजीनियर बनेगा फिर विदेश मे कमाने जाएगा, इसीलिए उसे मै कुछ नहीं कह सकता हूँ। चलो मेरे घर ना सही, मेरे पड़ोसी के घर मे ही एक मसीहा पैदा हो जाय तो कितना अच्छा होगा।
जहां तक मेरा विचार है, बहुत सारे वाईरस होने के बावजूद, देश मे तरक्की हुई है, लेकिन यह अपेक्षित नहीं है, इसके लिए हमे जापान से सीख लेनी चाहिए, जो द्वितीय विश्व-युद्ध मे पूरी तरह बर्बाद होने के बाद जिस जिजीविषा के साथ वहाँ के लोगो ने अपने देश-प्रेम और इच्छा शक्ति के बल पर जापान का पुन:निर्माण कर विश्व के अग्रणी देशो मे शामिल कराया, यह कबीले-तारीफ है।
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