पैर- चलने से पीछे से मार्ग में धूल उड़े वह कुलों को कलंकित करने वाली होती है......... यदि किसी स्त्री की कनिष्ठा अंगुली भूमि का स्पर्श न करें तो वह एक पति को त्याग कर दूसरा विवाह करती है................ पैर का ऊपर वाला भाग ऊंचा, पसीनारहित, पुष्ट चिकना और कोमल हो तो वह रानी होती है...अगर विपरीत हो तो दरिद्रता आती है...... रोम सहित पैर का ऊपर का भाग या मांसहीन हो तो उसे अशुभ माना गया है......... पैर का पिछला भाग यानी एड़ी समान हो तो शुभ माना गया है