Re: पौराणिक कथायें एवम् मिथक
ग्रीक मिथक / जल प्रलय के बाद
डेउकालियन और उसकी पत्नि प्यार्हा जल प्रलय के बाद बचे रह गये जो देवताओं के राजा ज्यूस ने पाप और अनाचार से भरे संसार का संहार करने के निमित्त रची थी. ये दोनों पति-पत्नि लकड़ी की एक बड़ी पेटी पर, जिसमें उनके लिए खाने पीने की पर्याप्त सामग्री लदी हुई थी, बैठे हए बड़े दिनों तक जल की सतह पर तैरते रहे. कुछ समय बाद जब जल प्रलय की विभीषिका थमने लगी और जल स्तर कम हो गया, वे दोनों धरती पर उतरे. उन्होंने अपने जीवन के लिए ईश्वर का धन्यवाद किया, तो उन्हें आकाशवाणी सुनाई दी जो कह रही थी कि वे अपनी मान की हड्डियों को अपने कन्धों पर से फेंक दें. शुरू में तो उन्हें कुछ समझ नहीं आया और उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया. लेकिन बाद में डेउकालियन को समझ में आ गया कि आकाशवाणी जिस मां के बारे में बता रही थी वह और कोई नहीं बल्कि यह पृथ्वी धरती मां ही है. उसकी हड्डियां आसपास रखे हए पत्थर थे. उन्हें यह कहा गया था कि इन पत्थरों को अपने कन्धों के ऊपर ले जा कर पीछे की और फेंका जाये. उन्होंने ऐसा ही किया. डेउकालियन ने जिन पत्थरों को अपने कन्धों के ऊपर ले जा कर पीछे की और फेंका, वे नर बन गये और जिन पत्थरों को उसकी पत्नि ने फेंका, वे नारी बन गईं. इस प्रकार इन नव सृजित नर-नारियों से सृष्टि पुनः आरम्भ हुई.
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