Re: भाभी जी घर पर है .
तो भैया आगे के एपिसोड में विभूति जी और तिवारी जी का राम बन्ने का भूत उतर ही गया, और वो उतरा अम्मा जी की सलाह से. हुआ यु की अनीता और अंगूरी भाभी दोनों ही रात में मदमस्त होक नृत्य करके अपने अपने पतियों को रिझाने की कोशिश में थे पर दोनों पतिदेव तो मनो की ऋषि मुनि बने बैठे थे और तपस्या कर रहे थे. यहाँ तक की हद तो तब हो गई जब तिवारी जी तो अंगूरी भाभी के पैर तक दबाने लगे . खैर सबेरे अंगूरी भाभी ने अम्मा जी को फ़ोन किया और बताया की लड्डू के भैया यानि तिवारी जी तो उन पर ध्यान ही नहीं दे रहे है. अम्मा जी कहती है की का करे आज कल तुम्हारे ससुर जी भी मुझ पर ध्यान नहीं देते. अंगूरी भाभी मासूमियत से जवाब देती है की अम्मा जी आप तो बुढा गई है न . अम्मा जी शर्मा जाती है और कहती अरे नहीं रे बिटवा हम तो अभी भी जवान है और मोहल्ले के कई छोकरे अभी भी उन्हें लाइन मरते है, खैर वे अंगूरी भाभी को फ़ोन पे उपाय बताती है .
उपाय ये है की अनीता भाभी और अंगूरी भाभी भी सीता जी की राह पर चल पड़ती है, लो भाई जैसे को तैसा, ऐसा देख के दोनों पतिदेव लोग परेशां होने लगते है और उनमे सहमती बनती है की सच में आज के ज़माने में राम सीता जी के आदर्शो पे चलना किसी के लिए भी मुश्किल है और वे सभी नार्मल तरीके से रहने का निर्णय करते है .
|