Re: गुण और कला
गुण वो जो हमारे अन्दर मौजूद हो ,और उन गुणों को उजागर करना एक कला होती है इस प्रकार गुण-कला एक सिक्के के दो पहलू है
जेसे=> पेट्रोल के बिना गाड़ी नहीं चलती है वेसे ही गुण बिन कला ,कला बिन गुण,नहीं चल सकते !
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Last edited by rafik; 05-09-2014 at 12:58 PM.
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