ऐसा नहीं है , यदि आप इंसान बने रहें तो पैसा और शोहरत खुद ब खुद आपके कदम चूमती है/
Quote:
Originally Posted by ndhebar
जब "इंसान" इंसान ही नहीं रहा तो फिर इंसानियत कहाँ से रहेगी
आज के मशीनी युग ने मनुष्य की भावनाओं को कुचल कर रख दिया है
इंसान की सफलता का पैमाना पैसा है और पैसा कमाने के लिए इंसानियत को दफ़न कर देना सबले पहली और अहम् शर्त मानी जाती है
|