14-01-2015, 11:53 AM
|
#23
|
Member
Join Date: Jan 2015
Posts: 40
Rep Power: 0
|
Re: मानव जीवन और मूश्किले बनाम सरलताये
Quote:
Originally Posted by Arvind Shah
मित्रों इस सुत्र में आए तमाम उत्तरों—प्रतिउत्तरो के बाद एक बात मैं दावे के साथ कहना चाहता हूं कि धैर्य से बड़ा कोई पावर नहीं है !!
....और दूजा सभी के जीवन के लिए समझनें के लिए एक अनमोल सूत्र दे रहा हू वो है — ये भी बित जायेगा !!!!
ये सुत्र कहानी के नायीका के सन्दर्भ में भी लागु होता है और आप सभी के जीवन में भी लागु होता है !! चाहे जीवन के किसी भी मोड पर ये समझ आए पर आयेगा जरूर !!
परिवर्तन संसार का नियम है ! ...और ये परिवर्तन हर पल होते रहते है !
चाहे लगातार सुखदायी स्थितियां बने, चाहे लगातार दुखदायी स्थितियां बने, चाहे लगातार दुखदायी — सुखदायी स्थितियां बने !! धैर्य का दामन थामना ही पडेगा !! ये तमाम स्थितियां अपने पूर्वापार्जीत कर्मो के अनुरूप ही प्राप्त होती है इस बात पर विश्वास करना होगा तभी विचलित मन को संबल मिलेगा !!!
|
thats true
|
|
|