Re: कुतुबनुमा
युवा पीढ़ी के लिए बेहतर पहल
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने स्कूली स्तर पर जो 44 व्यावसायिक पाठ्यक्रम पेश किए हैं उससे ना केवल आने वाले समय में युवाओं के लिए नए अवसर पैदा होंगे बल्कि उन्हे अपनी प्रतिभा दिखाने का भी काफी अच्छा अवसर मिलेगा। हालांकि उद्योगों की जरूरतों को पूरा करने और कौशल विकास के मद्देनजर सरकार की व्यावसायिक शिक्षा योजना को आगे बढ़ाते हुए बोर्ड ने यह पेशकश की है लेकिन इसके दूरगामी नतीजे सामने आएंगे। सीबीएसई ने स्कूलों एवं संस्थाओं के प्रमुखों को पत्र लिखकर ये पाठ्यक्रम शुरू करने को कह भी दिया है। बोर्ड ने स्कूलों में उच्च माध्यमिक स्तर पर 40 व्यावसायिक पाठ्यक्रम और माध्यमिक स्तर पर चार पाठ्यक्रम पेश किए गए हैं। बोर्ड ने नए व्यावसायिक पाठ्यक्रम पेश करने के लिए सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी आस्ट्रेलिया के साथ समझौता भी किया है। इससे स्कूली बच्चों को विदेशी तकनीक से भी रूबरू किया जा सकेगा। योजना के तहत शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का कार्र्य सीबीएसई और उद्योग जगत के सहयोगी करेंगे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा पात्रता ढांचा के तहत स्कूलों, कालेजों एवं पॉलीटेक्निक संस्थाओं के साथ विश्वविद्यालय स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा लागू करना तय किया गया है। योजना के तहत नौवीं कक्षा में शैक्षणिक सत्र 2013-14 से चार व्यावसायिक पाठ्यक्रम लागू किए जा रहे हैं। इनमें खुदरा क्षेत्र, सुरक्षा, सूचना एवं प्रौद्योगिकी और आटोमोबाइल प्रौद्योगिकी पर पाठ्यक्रम शामिल हैं। चारों पाठ्यक्रम अतिरिक्त अनिवार्य विषय के रूप में नौंवी एवं दसवीं कक्षा में पढ़ाए जाएंगे। कुछ स्कूलों में इसकी शुरुआत हो भी चुकी है। बोर्ड वर्तमान पाठ्यक्रम को उन्नत बनाने और अर्थव्यवस्था की जरूरतों के अनुरूप नए पाठ्यक्रम पेश करने की पहल को जिस तरह से आगे बढ़ा रहा है वह देश की युवा पीढ़ी के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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