Re: एक लम्बी प्रेम कहानी
यह निश्छल प्रेम की अविरल घारा थी जिसकी निर्मलता ही उसकी प्राण थी।
आज मेरे दोस्त मुतना ने टोक दिया,
‘‘कि हो, की सुन रहलिऔ हों’’
‘‘कि सुनो हीं’’
‘‘रीनमां कें बारे में बड़ी चर्चा है गांव में’’
‘‘तोरा की दिक्कत है।’’
मैं अब और अधिक सावधान हो गया। सारी बात रीना में मुझे प्रेम पत्र के माध्यम से बता दी। मैंने उसे भी बताया कि गांव में अब जब सब लोग जान रहें है तब यह आग धीरे धीरे घर तक आएगी तैयार रहना है।
गांव में प्रेम होने का मतलब अभी तक साफ था कि दोनों के बीच शरीर का रिश्ता है, बस।
ऐसा रोज हो भी रहा था। अभी कल ही वभनटोली में कहरटोली के लड़का कमलेशबा की जमकर पिटाई कर दी गई।
‘‘साला बाभन के लड़की पर लाइन मारों हीं, काट कें फेंक देबौ।’’
इस बात ने आग पकड़ ली और कहर टोली के लोग भी गुहार बना कर बभनटोली आ गए,
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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