Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (25 मार्च/March 25)
बॉलीवुड अभिनेत्री नंदा / Bollywood Actor Nanda
जन्म: 08 जनवरी 1939
मृत्यु: 25 मार्च 2014
बॉलीवुड में अपनी खुबसूरती और बेहतरीन अदाकारी के चलते मशहूर अभिनेत्री नंदा द्वारा निभाए गए किरदारों को और उनकी रील लाइफ के बारे में तो लगभग हर किसी को पता है। आइये अभिनेत्री नंदा के जीवन की कुछ ख़ास बातों से रू-ब-रू होते हैं:-
1. नंदा का जन्म एक प्रसिद्ध मराठी परिवार में हुआ था। नंदा के पिता विनायक दामोदर कर्नाटकी, जो मास्टर विनायक के नाम से मशहूर थे, मराठी (नाटकों और) फिल्मों के सफल अभिनेता-निर्देशक थे। जब नंदा केवल 8 वर्ष की थी तो उनके पिता का देहांत हो गया था. पिता की मृत्यु के उपरान्त घर की ज़िम्मेदारी बालिका नंदा के नाज़ुक कंधों पर आ गयी।
2. पिता के निधन के बाद नंदा को बचपन में ही फिल्मों में बाल कलाकार के रूप में काम करना पड़ा। उन्होंने फिल्मों में बेबी नंदा के नाम से काम करना शुरू कर दिया.
3. नंदा को वी. शांताराम ने फिल्म तूफान और दीया में लीड एक्ट्रैस के तौर पर ब्रेक दिया था। यह फिल्म भाई-बहन के रिश्ते पर आधारित थी। नंदा, वी. शांताराम की भतीजी थीं।
4. फिल्म छोटी बहन (1957) में नंदा ने मुख्य किरदार निभाया था। यह फिल्म बड़ी हिट रही, जिससे नंदा स्टार बन गईं।
5. सन् 1983 में रिलीज हुई प्रेम रोग उनकी अंतिम फिल्म थी। फिल्म में उनके साथ पद्मिनी कोल्हपुरे और ऋषि कपूर थे।
6. फिल्म 'काला पत्थर' में साथ काम करने के बाद नंदा और वहीदा रहमान के बीच काफी अच्छी दोस्ती हो गई और जिस दिन नंदा का निधन हुआ, उसी दिन वहीदा रहमान मुंबई में एक किताब का विमोचन करने वाली थीं, लेकिन नंदा के निधन की खबर के बाद वहीदा प्रोग्राम में नहीं गईं।
7. नंदा की शुरुआती हिट फिल्में छोटी बहन, हम दोनों, तीन देवियां थीं। शशि कपूर के साथ सुपर हिट जोड़ी रही(जैसे जब जब फूल खिले)।
8. अभिनेर्त्री नंदा ने फिल्मों में बहुत से अभिनेताओं के साथ रोमांटिक किरदार निभाये लेकिन असल ज़िन्दगी में उनके जीवन पर अकेलेपन की छाया कभी खत्म नहीं हुई. नंदा के लिये शादी के कई प्रस्ताव आये लेकिन इनमें से कोई भी अंजाम तक न पहुंचा. अंत में नंदा की सखी वहीदा रहमान ने नंदा को जाने माने फिल्म निर्देशक मनमोहन देसाई के साथ शादी करने के लिए राजी कर लिया. देसाई उन्हें अपनी जीवन संगिनी बनाना चाहते थे. सन 1992 में दोनों की सगाई हुई थी. लेकिन किस्मत को शायद यह मंजूर न था. 1994 में छत से गिरने पर मनमोहन देसाई की मौत हो गई। इसके बाद नंदा मृत्युपर्यन्त अविवाहित ही रहीं।
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
|