Re: सफलता के सूत्र :: देवराज के साथ
फ्रैजर ने अपनी सफलता के रहस्य को प्रकट करते हुए बताया है कि सेमीफाइनल की रात्रि को मैंने एक होटल में अपना कमरा बंद करके गर्म पानी से स्नान किया और परमात्म सत्ता के ध्यान में अवस्थित हो गया। अचानक ही मेरे अंतराल कुछ ऐसे प्रेरणास्पद शब्द सुनाई देने लगे कि तुम्हारे पिताजी का तो पूरा बायाँ हाथ ही नहीं रहा था, फिर भी वे 13 बच्चे और माँ के जीवन निर्वाह की व्यवस्था भली प्रकार जुटाने में सफल रहे, पर तुम्हारा तो एक मात्र अँगूठा ही टूटा है इस आत्म प्रेरणा ने ही मेरी प्रसुप्त प्रतिभा को जगाया जिसके फलस्वरूप चैम्पियन बनने का सौभाग्य मिला। उनका कहना है कि ईश्वर की शक्ति पर विश्वास रखने का एक ही प्रतिफल होता है आत्म-विश्वास की जाग्रति। जिससे चिंता को विधेयात्मक दिशा मिलती और असंभव दिखने वाले कार्य भी संभव होते जाते हैं।
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मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... .
तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,...
तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये ..
एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी,
बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी..
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