Re: 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस
वर्ष 1952 में प्रदर्शित फिल्म आनंद मठ का अभिनेत्री गीताबाली पर लता मंगेशकर की आवाज में फिल्माया गीत वंदे मातरम् आज भी दर्शकों और श्रोताओं को अभिभूत कर देता है। इसी तरह जागृति में हेमंत कुमार के संगीत निर्देशन में मोहम्मद रफी की आवाज में रचा बसा यह गीत हम लाए हैं तूफान से कश्ती निकाल के श्रोताओं में देशभक्ति की भावना को जागृत किए रहता है।
आवाज की दुनिया के बेताज बादशाह मोहम्मद रफी ने कई फिल्मों में देशभक्ति से परिपूर्ण गीत गाए हैं। इन गीतों में कुछ हैं-ये देश है वीर जवानों का, वतन पे जो फिदा होगा अमर वो नौजवान होगा, अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नहीं, उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता जिस मुल्क की सरहद की निगाहबान हैं आंखें, आज गा लो मुस्कुरा लो महफिलें सजा लो, हिंदुस्तान की कसम न झुकेंगे सर वतन के नौजवान की कसम, मेरे देशप्रेमियो आपस में प्रेम करो देशप्रेमियो आदि।
कवि प्रदीप की तरह ही प्रेम धवन भी ऐसे गीतकार रहे हैं, जिनके ऐ मेरे प्यारे वतन, मेरा रंग दे बसंती चोला, ऐ वतन ऐ वतन तुझको मेरी कसम जैसे देशप्रेम की भावना से ओत प्रोत गीत आज भी लोगों के दिलो दिमाग में देश भक्ति के जज्बे को बुलंद करते हैं।
फिल्म काबुली वाला में पार्श्वगायक मन्ना डे की आवाज में प्रेम धवन का रचित यह गीत ए मेरे प्यारे वतन ऐ मेरे बिछड़े चमन आज भी श्रोताओं की आंखों को नम कर देता है। इन सबके साथ वर्ष 1961 में प्रेम धवन की एक और सुपरहिट फिल्म हम हिंदुस्तानी प्रदर्शित हुई जिसका गीत छोड़ो कल की बाते कल की बात पुरानी सुपरहिट हुआ।
वर्ष 1965 में निर्माता -निर्देशक मनोज कुमार के कहने पर प्रेम धवन ने फिल्म शहीद के लिये संगीत निर्देशन किया। यूं तो फिल्म शहीद के सभी गीत सुपरहिट हुए, लेकिन ऐ वतन ऐ वतन और मेरा रंग दे बंसती चोला आज भी श्रोताओं के बीच शिद्धत के साथ सुने जाते हैं।
प्रेम धवन ने सैनिकों के मनोरंजन के लिए लद्दाख और नाथुला में सुनील दत्त और नरगिस के साथ दौरा किया और अपने गीत-संगीत से सैनिकों का मनोरंजन किया। भारत-चीन युद्ध पर बनी चेतन आंनद की वर्ष 1965 में प्रदर्शित फिल्म हकीकत भी देश भक्ति से परिपूर्ण फिल्म थी। मोहम्मद रफी की आवाज में कैफी आजमी का लिखा यह गीत कर चले हम फिदा जानो तन साथियो अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो आज भी श्रोताओं में देशभक्ति के जज्बे को बुलंद करता है।
इसी तरह गीतकारो ने कई फिल्मों में देशभक्ति से परिपूर्ण गीत की रचना की है। इनमें जहां डाल डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा वो भारत देश है मेरा, ऐ वतन ऐ वतन तुझको मेरी कसम, नन्हा मुन्ना राही हूं देश का सिपाही हूं, है प्रीत जहां की रीत सदा मैं गीत वहां के गाता हूं, मेरे देश की धरती सोना उगले, हर करम अपना करेगे ऐ वतन तेरे लिए, दिल दिया है जां भी देगे ऐ वतन तेरे लिए, भारत हमको जान से भी प्यारा है, ये दुनिया एक दुल्हन के माथे की बिंदिया ये मेरा इंडिया, सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी, जिंदगी मौत ना बन जाये संभालो यारो, मां तुझे सलाम, थोड़ी सी धूल मेरी धरती की मेरी वतन की आदि।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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