Re: तेरी तस्वीर का जब भी...
संपादन के बाद पुनः
नमन ऐ दिव्य मानव...
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तेरी तस्वीर का जब भी कहीं दीदार करता हूँ
समर्पित मैं तुम्हें शब्दों से निर्मित हार करता हूँ
हुनर तुमने सिखाया है हमें संघर्ष करने का
नमन ऐ दिव्य मानव मैं तुन्हें हर बार करता हूँ
मुक्तक- आकाश महेशपुरी
दिनांक- 21/03/2023
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वकील कुशवाहा 'आकाश महेशपुरी'
ग्राम- महेशपुर
पोस्ट- कुबेरस्थान
जनपद- कुशीनगर
उत्तर प्रदेश
पिन- 274309
मो- 9919080399
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