Re: मुहावरों की कहानी
तीन मुहावरे
3. हाथ न पहुँचे, थू कोड़ी
कितने मीठे मीठे आम,
लगे हैं पेड़ पे!!
चल दोस्त इसे तोड़ें,
तू चढ़ मेरी पीठ पे!!
रहने दे यार,
तू क्यूँ इन्हें,
करता है खराब!!
यह हैं कच्चे आम,
इन्हें खा कर,
नहीं करना गला खराब!!
इसलिए कहते हैं,
हाथ ना पहुँचे,
थू कोड़ी!!
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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