Re: भाजपा के नए बॉस
शाह के बल पर जीत
अगर यूपी, बिहार और गुजरात को मिला दिया जाए, तो इस चुनाव में बीजेपी की लगभग आधी सीटें इन्हीं जगहों से आई हैं और तीनों ही राज्यों में शाह का बड़ा योगदान रहा है. हालांकि राजनीतिक कामयाबी के साथ उनका विवादित इतिहास भी साथ चलता है. सोहराबुद्दीन शेख, तुलसी प्रजापति और कुछ और लोगों के फर्जी मुठभेड़ मामले में उन्हें तीन महीने तक साबरमती जेल में रहना पड़ा है. हालांकि इसके बाद 2010 में वह निकल आए थे. जेल से बाहर आते ही बीजेपी में उनका कद तेजी से बढ़ा और नरेंद्र मोदी से नजदीकी ने उनके लिए और रास्ते खोल दिए.
पिछले साल उन्हें उत्तर प्रदेश का प्रभारी महासचिव बनाया गया और उनके पास चुनाव से पहले मुश्किल से एक साल का वक्त था. लेकिन इस समय का उन्होंने इस्तेमाल किया और बीजेपी के अंदर के मतभेद भी खत्म कराने में मदद की. शाह को बीजेपी प्रमुख बना कर पार्टी संदेश देना चाहती है कि वह भारत के अंदर अपनी मौजूदगी और बढ़ाना चाहती है.
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मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !!
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !!
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