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Originally Posted by Dark Saint Alaick
फिर तो मैं धन्य हुआ ! ऐसे योग्य शिष्य मिलें, तो गुरु का मान अपने आप बढ़ जाता है !
बन्धु Toxic Blood ! आखिरकार आपका अनुमान ही सत्य साबित हुआ ! मैं सादर नतमस्तक हूं !
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Saint जी इस शिष्य को भी आप अपनी कक्षा में स्थान दें. मुझे अरबी लिपि सीखनी है. वैसे तो पहले उसका अध्ययन किया हुआ है पर विज्ञानं का छात्र होने के कारण भाषा सम्बन्धी बारीकियों को सीखने का समय मिल नहीं पाता है.