Quote:
Originally Posted by Dark Saint Alaick
आपको मुझ जैसे निशाचर का लगातार साथ देते हुए देख कर तो ऐसा कदापि नहीं लगता, बन्धु ! फिर भी अपने अमूल्य समय में से कुछ फोरम के लिए निकालें और इस अमूल्य सूत्र को निरंतर रखें, ऎसी मेरी प्रार्थना है ! मैं इस सूत्र पर रोज उपस्थित रहूंगा, यह वादा है ! धन्यवाद !
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हा हा मुझे पूर्वानुमान हो गया था कि आपको ऐसा लग सकता है परन्तु जब मैं ऑनलाइन होता हूँ तब भी background में मैं studies ही कर रहा होता हूँ.
परन्तु अब जब सूत्र शुरू किया है तो जारी तो रखूँगा ही, हाँ भविष्य में व्यस्तता कुछ ज्यादा बढ़ जाये तो कह नहीं सकता.