[QUOTE=soni pushpa;552969]
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Originally Posted by rajnish manga
कैसे बदलेंगे हालात ??
एईसी घटनाएँ ही हमारे देश की प्रतिष्ठा में बाधक है अब विदेश से लोग भारत आने की सोचते हैं तब इस तरह की घटनाओं की वजह से कई लोग अब हमरे देश में आना पसंद नहीं करते ..
नारी सशक्त हुई है पर फिर भी एईसी घटनाओं में बढ़ोतरी ही हो रही है .... कानून सिर्फ फाइलों में ये बने बनाये कानून न रह जाय इस बात पर खास ध्यान दिया जाना चहिये.
कई बार हम ये सोचने पर मजबूर हो जाते हैं की एइसे गलत लोगो के घर में बहन बेटी की क्या इज्जत होगी? क्यूंकि इंसान अपने घर से ही दूसरो को आदर देना , महिलाओं की इज्जत करना सीखता है , पर यदि ....... जरुरत है तो सबसे पहले घर से अछे संस्कारों की शुरुवात की नारी सम्मान पहले हरेक घर में हो ..
बहुत सटीक मुद्दा उठाने के लिए हार्दिक आभार भाई
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बहन पुष्पा जी ने भी कमोबेश उन्हीं बातों पर जोर दिया है जिनकी चर्चा पवित्रा जी ने ऊपर की है. हाँ, इन्होने लड़कों में अच्छे संस्कारों की बुनियाद के लिए घर की और घर के सभी बड़े सदस्यों की ज़िम्मेदारी को सर्वोपरि माना है.