Re: पुल (bridge)
[QUOTE=rajnish manga;559689][size=3]वाह ...वाह ...वाह. इतनी सुंदर लघु कथा पढ़ कर सचमुच आनंद आया. ऐसी लघु कथाएं हमें बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करती हैं. वास्तव में जीवन में हमें पुल बनाने के बहुत मौके मिलते हैं लेकिन हम अपने अहम् की वजह से सामने दिखाई देने वाली खाइयों पर पुल नहीं बाँध सकते.
Thanks alott bhai for your lovely &veluble comments ..i appreciate
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