Re: मर गए भैया सर्दी में
श्री आकाश महेशपुरी की सर्दी विषयक ताजा कविता से मुझे अपनी उक्त कविता याद आ गयी. आशा है पाठकगण इसका भी आनंद लेना चाहेंगे.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
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