Re: Tourism: Khajjiar (Himachal Pradesh)
पर्यटन: खज्जियार
खूबसूरत पहाडियां चारो तरफ फैली हरियाली ये हसीन वादियाँ मन को मदहोश करनेवाली नदियां और झीलें यहाँ आने को मजबूर करती हैं.हजारों साल पुराने इस छोटे से हिल स्टेशन को खासकर खज्जी नागा मंदिर के लिएजाना जाता है। यहां नागदेव की पूजा होती है। लेकिन पर्यटक मुख्य रूप से इसहिल स्टेशन की आबोहवा का आनंद लेने के लिए आते हैं। खज्जियार का आकर्षण चीड़ एवं देवदार के वृक्षों से ढके खज्जियार झील में है। झील के चारों ओर हरी-भरी मुलायम और आकर्षक घास खज्जियार को सुंदरता प्रदान करती है। झील के बीच में टापूनुमा दो जगहें हैं, जहां पहुंचकर पर्यटक और रोमांचित हो जाताहै।
खज्जियार का मौसम दिनभर तो सुहाना रहता है लेकिन शाम ढलने पर यहां का मौसम कुछ इस कदर मनमोहक और रोमांचित करने वाला हो जाता है कि आप खुद को किसी और ही दुनिया में पाने लगते हैं।यहां का मौसम कुछ इस कदर मनमोहक और रोमांचित करने वाला है कि यहाँ आकर फिरजाने को दिल नहीं करता वैसे तो खज्जियार में तरह-तरह के रोमांचक खेलों का भी आयोजन किया जाता है लेकिन अगर आप गोल्फ के शौकीन हैं तो आपके लिए यह हिल स्टेशन और भी बेहतरहै। अगर आप हिमाचल प्रदेश के चंबा या डलहौजी जाते हैं तो वहां से महज आधे घंटे की दूरी पर है खज्जियार। यही नहीं, खज्जियार चंडीगढ़ से 352 और पठानकोट रेलवे स्टेशन से मात्र 95 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां तक पहुंचने के लिए आप शिमला तक रेल और हवाई मार्ग से भी जा सकते हैं जिसके आगे बस या टैक्सी का उपयोग कर आप 'मिनी स्विट्जरलैंड' पहुंच सकते हैं। तो क्यों न अगली वेकेशंस में सैर की जाये हिमाचल की रंगीन वादियों से घिरे 'मिनीस्विट्ज़रलैंड' खज्जियार की।
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
Last edited by rajnish manga; 12-03-2015 at 03:46 PM.
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