Re: डार्क सेंट की पाठशाला
सोच समझ कर करें फैसला
कॅरियर प्लानिंग आसान नहीं होती। खासतौर पर जब आपके पास विकल्प बहुत हों तो यह काम और मुश्किल हो जाता है। कई बार देखने को मिलता है कि पढ़ाई के लिए चुने गए विषय और कॅरियर में भी समय के साथ रुचि कम हो जाती है। व्यक्ति को लगता है कि यह क्षेत्र वह नहीं है जिसमें वह ताउम्र काम करना पसंद करेगा। नतीजा वह अपने फैसले और परिस्थितियों को ही कोसने लगता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि कई बार हम अपने महत्वपूर्ण फैसले भी छोटी-छोटी बातों से प्रभावित होकर ले लेते हैं। मसलन हमारे दोस्तों ने किस कॅरियर का चुनाव किया है, हमारे दोस्त कौन से कॉलेज में दाखिला ले रहे हैं, कॉलेज की बिल्डिंग कैसी है आदि-आदि। पर आगे चल कर अपने निर्णयों को लेकर पछताना न पड़े और आप अपनी जीत का सफर सही समय में पूरा कर सकें इसके लिए जरूरी है कि आप कॅरियर सम्बंधी अपनी योजना सोच समझ कर बनाएं। निर्णय लेते समय छोटी बातों से प्रभावित न होकर दीर्घकालिक लक्ष्यों पर ध्यान देना ही सबसे बेहतर रणनीति होती है। कॅरियर सम्बंधी फैसले लेते समय कई बातों पर गौर करना जरूरी होता है। यह निश्चित करें कि कहां जाना चाहते हैं। बिना सोच समझे किसी भी राह पर कदम बढ़ाना कई बार पछताने के लिए मजबूर कर देता है। अपना लक्ष्य बनाएं। इससे अधिक फोकस्ड होकर उस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ा पाएंगे। इसी आधार पर आपके अगले निर्णय प्रभावित होंगे। अपनी वास्तविक क्षमताओं का आकलन करें। इससे स्किल्स के मुताबिक कॅरियर चुनने में मदद मिलेगी। साथ ही यह भी समझ पाएंगे कि इच्छित लक्ष्य तक पहुंचने के लिए आपको किन स्किल्स पर और काम करना होगा। यदि लगे कि आप कोई फैसला नहीं ले पा रहे हैं तो काउंसलर की मदद लें। काउसंलर बातचीत एटीट्यूड व एप्टीट्यूड को बताने वाले टैस्ट के परिणामों के आधार पर व्यक्ति की क्षमताओं को समझने में मदद करते हैं।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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