Re: भाग्य और पुरुषार्थ
भाग्य कर्मो से बनता है और कर्म के फलस्वरूप इंसान को अछे और बुरे दिनों का सामना करना पड़ता है . कुछ नसीब और कुछ कर्म का साथ मिलकर इन्सान का प्रारब्ध बनता है ... इस कहानी के माध्यम से आपने बहुत अच्छा सन्देश दिया है भाई .. बहुत बहुत धन्यवाद हमसे शेयर करने के लिए ..
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