Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (10 October)
डॉ द्वारकानाथ कोटनिस / Dr Dwarkanath Kotnis
उल्लेखनीयहै कि वर्ष 1937 में जब जापान ने चीन पर हमला किया तो चीन के तत्कालीनजनरल छू ते ने भारत में आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभा रही कांग्रेसपार्टी के नेता पंडित जवाहरलाल नेहरू से घायल सैनिकों के इलाज में सहायताके लिए चिकित्सक भेजने का अनुरोध किया। भारत स्वयं भी गुलामी की बेड़ियोंमें जकड़ा हुआ था औरयहाँकी जनता भी आजादी की हवा मेंसाँस लेने के लिए छटपटा रही थी। इसके बावजूद नेहरूजी ने पड़ोसी मदद की गुहार अनसुनी नहीं की और पाँच चिकित्सक इंडियन मेडिकल ऐड मिशन टू चायना के तहत वहाँ भेजे।इसमें डॉ. कोटनिस मुख्य हैं, क्योंकि जब बाकी डॉक्टर्स स्वदेश लौट आए तब भी वे पड़ोसी देश में मोर्चा संभाले रहे थे और लगभग पाँच वर्ष तक पड़ोसियों की जी-जान से सेवा की। यही कारण है कि चीन के सैनिकों के दिल उन्होंने अपनी सेवा से जीत लिए।
इसी दौरान डॉ. कोटनिस ने चीन की गुओ क्विंग लांग से विवाह किया और वे यहाँ की जनता के दिलों में पूरी तरह से बस गए। उनके जिक्र के बिना भारत-चीन संबंधों की चर्चा अधूरी है। दूसरे विश्व युद्ध केदौरान घायल चीनी सैनिकों की सेवा कर इंसानियत, मैत्री और भाईचारे की मिसाल कायम करने वाले भारत माँ के इस सपूत को आज भी वहाँ की जनता श्रद्धा और प्रेम से याद करती है।
V. Shantaram paid his tribute to Dr Kotnis through his Film 'Dr Kotnis Ki Amar Kahani'. A poster:
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
Last edited by rajnish manga; 10-10-2017 at 11:00 PM.
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