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Dark Saint Alaick
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Default Re: कुतुबनुमा

विदेशी निवेशकों को भारत पर भरोसा

केन्द्र सरकार की नीतियों के चलते जिस प्रकार देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है उसी का नतीजा है कि भारत देश ही नहीं विदेशी निवेशकों को यह भरोसा दिला रहा है कि भारत में उनका निवेश पूरी तरह सुरक्षित है। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए इस समय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम अमेरिका के दौरे पर हैं और वहां भी वे कह चुके हैं कि भारत के पास निवेशकों को यह गारंटी देने की पूरी काबिलियत है कि उनके निवेश की सुरक्षा की जाएगी। जिस तरह से देश की अर्थव्यवस्थाएं तेजी से आगे बढ़ रही है,विदेशी निवेशकों को यह पूरा भरोसा होना चाहिए कि भारत में उनकी पूंजी सुरक्षित रहेगी और सरकारों की मर्जी का उन पर कोई असर नहीं होगा। हालाकि वित्त मंत्री भी यह मानते हैं कि हमारे देश के उभरते बाजार को अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों के लिए रास्ते अभी और आसान करने होंगे ताकि उनके मन में यह भावना घर कर जाए कि उनकी पूंजी की अच्छी तरह सुरक्षा हो रही है। वित्त मंत्री का ऐसा कहना सही भी है क्योंकि अगर कानूनों में बदलाव से या सरकारों की मर्जी से निवेशकों की पूंजी पर कोई नकारात्मक असर पड़ता है तो वह क्यों निवेश करेंगे। किसी भी देश में निवेश की सुरक्षा की सबसे अच्छी गारंटी एक स्थिर और लोकतांत्रिक राजनीतिक ढांचा, कानून व्यवस्था में विश्वास और एक पारदर्शी तथा स्वतंत्र कानून प्रणाली होती है। भारत में यह तीनों हैं। पिछले करीब दस वर्षों से जिस तरह से संप्रग के नेतृत्व वाली सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को एक दिशा दी है उसको देखते हुए यह कहा जा सकता है कि इससे विदेशी निवेशकों का भरोसा तो भारत के प्रति बना ही है साथ ही वे यह भी मानते हैं कि कठिन हालातों में भी मौजूदा सरकार ने अर्थव्यवस्था को गति देने या उसे स्थिर रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। भारत ही नहीं पूरी दुनिया का यह मानना है कि आर्थिक शक्ति का केंद्र्र अब उभरते बाजारों की ओर खिसक रहा है और इसे देखते हुए नए बहुपक्षीय संगठनों की जरूरत है।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु
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