Thread
:
छींटे और बौछार
View Single Post
03-11-2010, 12:07 AM
#
34
jai_bhardwaj
Exclusive Member
Join Date: Oct 2010
Location: ययावर
Posts: 8,512
Rep Power:
99
तुम्हारी आँख में आंसू तो मेरी आँख में भी हैं
मगर दोनों के आंसू में थोड़ी 'जय' खराबी है /
तनिक महसूस करलो तुम इन्हें हलके से छू करके
तुम्हारे आंसू ठन्डे हैं, मेरे आंसू में गर्मी है //
__________________
तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर ।
परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।।
विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम ।
पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।।
कभी कभी -->
http://kadaachit.blogspot.in/
यहाँ मिलूँगा:
https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754
jai_bhardwaj
View Public Profile
Send a private message to jai_bhardwaj
Find More Posts by jai_bhardwaj