Re: रोहतक की यह लड़की क्या थी पिछले जन्म में
कृष्णलाल की मौत और चंचल की सच्चाई की जाँच
चंचल ने कहा कि कृष्णलाल के पिता का नाम रामप्यारा नागपाल था। उस जन्म में वह पानीपत के एक स्कूल में शिक्षक हुआ करता था। कृष्णलाल की उम्र उम्र 25 वर्ष थी और परिवार के लोगों ने विवाह तय कर दिया था।
कृष्णलाल की सगाई भी हो चुकी थी। लेकिन दैवयोग से एक दिन अचानक उदर रोग के कारण कृष्णलाल की मृत्यु हो गई। चंचल कुमारी ने अपने उस जन्म के भाई और मां का नाम भी बताया।
चंचल कुमारी की जिद्द पर इनके माता पिता पानीपत लेकर गए। पानीपत में इसने अपने स्कूल को पहचान लिया और अपने घर को भी पहचान लिया। कृष्णलाल के परिवार वाले पानीपत छोड़कर कहीं और चले गए थे। लेकिन वहां के लोगों ने बताया कि यहां कुछ सालों पहले स्कूल के एक शिक्षक की मृत्यु पेट के रोग के कारण हुई थी।
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ज्ञान का घमंड सबसे बड़ी अज्ञानता है, एंव अपनी अज्ञानता की सीमा को जानना ही सच्चा ज्ञान है।
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