मंटो ने अपनी मौत से चंद माह पहले ही अपनी कब्र पर लिखा जाने वाला कतबा लिख कर तैयार कर लिया था. वह इस प्रकार है:-
786
कत्बा
यहाँ सआदत हसन मंटो दफ्न है
उसके सीने में फन्ने-अफसानानिगारी के
सारे असरारे-रूमूज़ दफ्न हैं-
वह अब भी मानो मिट्टी के नीचे सोच रहा है
कि वह बड़ा अफसाना निगार है या खुदा
सआदत हसन मंटो
18 अगस्त 1954
**