Re: "आरोप" मेरी पसंदीदा नवलकथा - १
कमलेश नवीन को उसके मां-बाप की सौगंध दे कर (सौगंध? यह शायद उस दौर पर फिल्मी प्रभाव होगा!) मनाती है की वह अब भागेगा नहीं और उसकी बात मानेगा तो वह अपना खोया हुआ सबकुछ वापस पा सकेगा!
नवीन को आश्चर्य हुआ लेकिन उसके सामने ओर कोई चारा न था। कमलेश ने उसे अपने पिता के कपडे दिए, नहाने को शेव करने को कहा। फिर उसको कुछ चाय-नाश्ता बना कर खिलाया।
फिर नवीन को उसने सौ रुपये दिए। उसने कहा की ईसी रुपयों से तुम अपना सब कुछ वापस पा सकोगे! बस उसे कमलेश का कहना मानना था।
कमलेश ने अपने पुराने फ्लेट की चाबी नवीन को दे दी जो फर्निश्ड था और वहां उसके पिता के कई कपडे भी हुआ करते थे।
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