मैं अपने घर के ड्राइंग रूम में बैठी हूँ, मेरे मम्मी पापा और भाई कहीं बहार गए हर हैं. मैं अकेली हूँ इसलिए टाइम पास करने के लिय टीवी देख रही हूँ की तभी मुझे किसी के पैरो की आवाज़ सुनाई दी जोह नीचे से उप्पर की तरफ जा रही है. किसी के होने का एहसास मुझे डरा रहा है क्यूंकि मैं घर पर अकेली हूँ फिर यह आवाज़ किसकी हो सकती है, क्या कोई चोर घर मैं घुस आया है या यह सिर्फ मेरा भ्रम है. जब मैंने नीचे से सीढ़ियों को उप्पर की तरफ देखा तो मुझे लगा कोई औरत हाँथ में टब लिए उप्पर जा रही है, वह मेरी माँ जैसी दिख रही है वह भी ऐसे ही कपडे टब में लेकर उप्पर जाती हैं.
पर मेरी माँ तो बहार गयी हैं फिर वह यहाँ कैसे, यह सोच कर मुझे डर लग रहा है क्या उनको कुछ हो गया है, जिसे मैं देख रही हूँ वो मेरी माँ ही है या कोई और? तभी मैने आवाज़ दी माँ, इतना सुनते ही उन्होंने मुड़कर देखा, हाँ वह मेरी माँ ही हैं. मेरी आवाज़ सुनकर वो नीचे आने लगी, जैसे जैसे वह नीचे आ रही हैं मेरा डर बढ़ रहा है क्यूंकि वह माँ नहीं हो सकती, मेरी माँ तोह पापा के साथ गयी हैं. मैं इसी उधेड़बुन मे हूँ की तभी मेरी माँ जैसी दिखे वाली औरत मेरी सामने सोफे पर आ कर बैठ गयी. मैंने उनसे पूछा कौन हो आप वह यह सुनकर मुस्कुरा रही हैं पर कुछ बोल नहीं रही हैं. फिर मैंने उनसे पूछा माँ आपको कुछ हो गया है क्या? मैंने उनसे यह क्यों पूछा मुझे पता नहीं पर हाँ अब उनको देख कर मुझे लग रहा है की मैंने जैसे उनको खो दिया है. मैंने उनको ज़ोर से गले लगा और रोते हुए बोली मैं आपसे बहुत प्यार करती हूँ और करती रहूंगी।
और इसके बाद में डर कर उठ गयी, मुझे एहसास हुआ की मैं सोते सोते रो रही थी. इस सपने ने मुझे बहुत डरा दिया ,मुझे समझ नहीं आ रहा क्यों मैंने ऐसा सपना देख. क्या सपनो का हक्कीकत से सच में कोई लेना देना होता है? पता नहीं? मुझे सच मैं पता नही. आप लोगो को क्या लगता है? क्यों मैंने यह सपना देखा? क्या इस सपने का कोई मतलब था?