केन्या के पोकोट आदिवासी, लड़की के बदले दहेज में लेते हैं ऊंट-बकरियां
नैरोबी। ये तस्वीर केन्या के पोकोट आदिवासियों की है, जो परंपरिक गहनों से ढकी अपनी बेटी को दहेज के लिए पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं। केन्या के आदिवासियों में भी शादी के मौके पर दहेज के लेन-देन की परंपरा है। फर्क सिर्फ इतना है कि यहां दहेज लड़की के घरवाले देते नहीं, बल्कि लेते हैं। पारंपरिक समारोह में लड़की के घरवाले दहेज के तौर पर पशुधन के बदले लड़की का सौदा करते हैं। कई बार लड़की को ले जाने के बदले में लड़के को 20 बकरियों, तीन ऊंट और दस गाएं तक चुकानी पड़ती हैं। ये समारोह लड़की के नारीत्व में प्रवेश का भी प्रतीक होता है।
शादी से अनजान होती है लड़की
पोकोट आदिवासियों की लड़कियों को तो इस बात की जानकारी भी नहीं होती कि एक महीना अकेले बिताने के बाद जब पारंपरिक समारोह में उनका पति उन्हें लेने आएगा, तो उसे पहले दहेज चुकाना होगा। लड़कियों के माता-पिता आमतौर पर उनसे शादी की जानकारी छिपाकर रखते हैं। उन्हें इस बात का डर रहता है कि अगर लड़की को सौदे के बारे में पता चल गया, तो वो कहीं भाग न जाएं। इस पारंपरिक समारोह के दौरान गांव के लोग एक बैल चुनते हैं, जिसे काटा जाता है। हाल ही में ये समारोह बरिंगो काउंटी में मारीगेट कस्बे से 50 किलोमीटर दूर झाड़ियों में किया गया, जो 133,000 पोकोट आदिवासियों के घर हैं।
बालविवाह पर कोई रोक नहीं
इस समारोह में शादी के लिए इकट्ठा हुई ज्यादातर लड़कियों की उम्र 14 साल से कम थी, जबकि केन्या में बालविवाह गैरकानूनी है। हालांकि, आदिवासियों के अपने अलग रीति-रिवाज हैं और वो अपनी मान्यताओं और परंपराओं का ही पालन करते आ रहे हैं। समारोह के दौरान लड़की को दोपहर से अगले दिन सुबह तक खड़े रहकर गाना गाना होता है। समारोह के अंत में बड़े-बुजुर्गों के संरक्षण में लड़का और लड़की डांस भी करते हैं।