Re: फ्राड ही फ्राड
एक बार यदि ये भी मान लिया जाये कि ये लोग वास्तिवक रूप में पैसा देते भी होंगे तो भी एक बात सोचने की है कि जिम्बाब्वे के डॉलर की कीमत ही क्या है ?
जहां बीस लाख डॉलर की ब्रेड का पेकेट आता हो तो साढ़े चार लाख डॉलर के मायने ही क्या हैं ??
यदि कहीं पर यु एस डॉलर या यु के पाउंड लिखा भी है तो इनको धन दिए ही जाओ इनके ये और वो खर्चे निकलते ही रहेंगे
मैं ऐसे ही एक व्यक्ति की कथा उद्घृत करूँगा जिसे मुंबई पुलिस ने बचाया.
वो बच गया क्योंकि भाग्यशाली था........
इंतजार कीजिये
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