Re: इधर-उधर से
फ्लेमिंग / चर्चिल
इस प्रकार बालक फ्लेमिंग की पढ़ाई विधिवत अच्छे स्कूल में शुरू हुई. उसने लन्दन के सेंट मेरी मेडिकल कॉलेज से चिकित्सा में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. आगे चलकर उसने विश्व की पहली एंटी-बायोटिक पेनीसिलीन की खोज की. उसकी इस खोज के लिए उसे नोबल पुरस्कार दिया गया. हम सब उसे सर अलेग्ज़ेंडर फ्लेमिंग के नाम से जानते हैं.
सालों बाद उस कुलीन सज्जन के उसी पुत्र को निमोनिया हो गया जिसकी जान पिता फ्लेमिंग ने बचाई थी. उसकी चिकित्सा अलेग्ज़ेंडर फ्लेमिंग की देखरेख में पेनीसिलीन की सहायता से की गई.
उस कुलीन सज्जन का नाम था लॉर्ड रैन्डोल्फ चर्चिल और उसके बेटे को दुनिया सर विंस्टन चर्चिल कहकर याद करती है.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
Last edited by rajnish manga; 14-11-2014 at 08:42 PM.
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