बसंत कामना के दुख से बहुत दुखी है। उपर से उसका झुठ उजागर होना और कामना का साथ खो देना उसके लिए और भी दुखद हो जाता है। वह अपने टेक्सी ड्राईवर मित्र के घर जा कर अपना दिल हलका करता है। वहां उसने कामना की सहेली से मिल कर उसे सारी सच्चाई बताते है। वह भी सच्चाई जान कर चोंक जाती है।
वह कामना को जा कर बहुत समझाती है और बसंत के प्रेम की सच्चाई बयां करती है। कामना मान जाती है, लेकिन उसे मिसिज सहगल ने थोडी देर के लिए घर बुलाया था। उसे वहां जाना पडता है।