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Originally Posted by draculla
जब ये गाना मार्केट में आयी थी तो बहुत ही धूम मची हुई थी/
हर तरफ बस इसी गाने के चर्चे होते थे/
इसका एक कारण यह भी था की गाने और शायरी का नया संग्रह और अलग आवाज थी/
पहले भी गाने और श्री एक साथ वाले गाने गाने बन चुके थे लेकिन सबसे जायद मेरी नजर में इसे लोकप्रियता मिली/
इअनाका तुम तो ठहरे परदेशी गाना १५ मिनट का होने के बाबजूद बोर नहीं करता है/
और इसमें हर महीने में हुई घटना को गानों में डालना मुझे बहुत अच्छा लगा था/
जीतेन्द्र जी आपको इस सूत्र के लिए धन्यवाद/
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बस आज कव्वाली सुनने का मन था, तो अल्ताफ राजा के गाने ही सुन लिए! अब कुछ सुने और यहाँ न पोस्ट करे, कैसे हो सकता!